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Kolkata, West Bengal

Feb 06, 2025

‘ऐसे बजट का क्या फ़ायदा जो हमारे खाली पेट पर लात मारे?’

कोलकाता के एक रिक्शाचालक, जिनकी उम्र पचास साल से ज़्यादा है, कहते हैं कि टैक्स में छूट मिलने से उनके जैसे लोगों के जीवन में कोई फ़र्क नहीं पड़ता, जो आज भी तिरपाल की छत वाली झोपड़ियों में रहते हैं और दिहाड़ी लगाने के लिए जिन्हें हर रोज़ राजधानी कोलकाता आना पड़ता है

Translator

Devesh

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Author

Smita Khator

स्मिता खटोर, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया (पारी) के भारतीय भाषा अनुभाग पारी'भाषा की 'चीफ़ ट्रांसलेशंस एडिटर' के तौर पर काम करती हैं. वह अनुवाद, भाषा व आर्काइव की दुनिया में लंबे समय से सक्रिय रही हैं. वह महिलाओं की समस्याओं व श्रम से जुड़े मुद्दों पर लिखती हैं.

Editor

Priti David

प्रीति डेविड, पारी की कार्यकारी संपादक हैं. वह मुख्यतः जंगलों, आदिवासियों और आजीविकाओं पर लिखती हैं. वह पारी के एजुकेशन सेक्शन का नेतृत्व भी करती हैं. वह स्कूलों और कॉलेजों के साथ जुड़कर, ग्रामीण इलाक़ों के मुद्दों को कक्षाओं और पाठ्यक्रम में जगह दिलाने की दिशा में काम करती हैं.

Translator

Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.