दक्षिणी तमिलनाडु के लोकनृत्य ओयिलट्टम को बहुत ही सुंदर ढंग से परफ़ॉर्म किया जाता है. इसे ज़्यादातर पुरुष ही परफ़ॉर्म करते हैं, और नृत्य के दौरान हाथों में रंग-बिरंगे रुमालों को हिलाकर यह नृत्य किया जाता है. आम तौर पर त्योहारों के दौरान परफ़ॉर्म की जाने वाली ग्रामीण नृत्य कला ओयिलट्टम की संगत में तविल (ढोल) बजाए जाते हैं और लोक गीत गाए जाते हैं.
यह भी देखें: नर्तक काली और थप्पट्टम
अनुवाद: नेहा कुलश्रेष्ठ