मैं-यहां-भोजन-के-लिए-आती-हूं

Sonipat, Haryana

Dec 15, 2020

‘मैं यहां भोजन के लिए आती हूं’

सिंघू बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन ने आसपास के फुटपाथों और झुग्गी बस्तियों में रहने वाले कई परिवारों को आकर्षित किया है, जो मुख्य रूप से लंगर — मुफ़्त भोजन — के लिए आते हैं और ये सामुदायिक रसोई घर सभी का स्वागत करते हैं

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Author

Kanika Gupta

कनिका गुप्ता नई दिल्ली की एक स्वतंत्र पत्रकार और फोटोग्राफर हैं।

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।