श्रेणियां
पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया
स्टोरी
श्रेणियां
हम मेहनतकश
हाथों के जादूगर
खेती और उसके संकट
जिनके कांधे पर चढ़कर आई आज़ादी
शहर में देहात
मुसाफ़िर
सभी श्रेणियां देखें
आपके आसपास की कहानियां
मानचित्र के हिसाब से आर्काइव
गैलरी
तस्वीरें
एल्बम
Freedom Fighters Gallery
प्रदर्शनी
पारी की तस्वीरें
वीडियो
छोटे बयान
YouTube
सभी वीडियो देखें
ऑडियो
संगीत
ज़बान
Soundcloud
गैलरी की झलक देखें
First ever Archive of Adivasi Children's Art
View PAINTINGS
चेहरों के ज़रिए भारत की विविधता देखें
चेहरे देखें
तस्वीरें कुछ कहती हैं
'बोलता एल्बम' देखें
लाइब्रेरी
पारी के बारे में
पारी के बारे में
पारी की कहानी
ब्लॉग
हमसे संपर्क करें
Grievance Redressal
साथ आएं
योगदान दें
आर्थिक मदद करें
टिप्पणियां
आभार
दिशा-निर्देश
छात्रों, शिक्षकों, और शोधकर्ताओं का साथी पारी
ज़्यादा जानें
पी. साईनाथ, फ़ाउंडर एडिटर
ज़्यादा जानें
पारी एजुकेशन
पारी को आर्थिक सहयोग दें
अंग्रेज़ी (en)
हिन्दी (hi)
बंगाली (bn)
मराठी (mr)
उड़िया (or)
उर्दू (ur)
Jabarra, Dhamtari, Chhattisgarh
भाषाएं:
सभी
अंग्रेज़ी
असमिया
बंगाली
गुजराती
हिन्दी
कन्नड़
मलयालम
मराठी
मिज़ो
उड़िया
पंजाबी
तेलुगू
तमिल
उर्दू
Chhattisgarhi
Bhojpuri
भैसों के घर लौटने तक अटकी रहती हैं जबर्रा के मरकाम की सांसें
Purusottam Thakur
and
Priti David
Translator :
Amit Kumar Jha
Jabarra
21 जनवरी 2022
14 भाषाएं
अंग्रेज़ी
उर्दू
हिन्दी
मलयालम
कन्नड़
उड़िया
पंजाबी
मराठी
असमिया
तेलुगू
गुजराती
तमिल
बंगाली
Chhattisgarhi
Vishal Ram Markham
23 जून 2021