सीखने की परिभाषा बदलना

  1. भविष्य की टेक्स्टबुक तैयार करना

    पारी पर हम भविष्य की टेक्स्टबुक लिख रहे हैं. यह हमारी साइट पर हर हफ़्ते प्रकाशित होने वाली कई स्टोरी, तस्वीरों, वीडियो, और ऑडियो कॉन्टेंट के साथ किया जा रहा है. समय के साथ, इनमें से कई कॉन्टेंट ख़ुद छात्रों और शिक्षकों द्वारा तैयार किए जाएंगे.

    पारी का उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों, स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों, और ऐसे औपचारिक संस्थानों के बाहर के भी शिक्षार्थियों के लिए भी ग्रामीण भारत पर आधारित सूचनात्मक और जीवंत कहानियां तैयार करने में मदद करना है. हमारा मानना है कि पाठ्यपुस्तकों सहित शिक्षण और अनुसंधान से जुड़ा कॉन्टेंट, अगले कुछ वर्षों में तेज़ी से ऑनलाइन हो जाएगा. यह प्रक्रिया दुनिया के कुछ हिस्सों में पहले से ही जारी है. अगर यह सही ढंग से किया गया, तो इसका मतलब होगा कि ऐसी 'पाठ्यपुस्तकें' या शैक्षणिक कॉन्टेंट को बढ़ाया जा सकेगा, संशोधित किया जा सकेगा, अपडेट किया जा सकेगा, और उसे विस्तार दिया जा सकेगा. ब्रॉडबैंड की पहुंच में चूंकि बढ़ोतरी हो रही है, इसलिए बहुत से छात्रों के लिए लागत भी कम होना चाहिए, क्योंकि पारी सार्वजनिक इस्तेमाल की जा सकने वाली एक मुफ़्त वेबसाइट है.

  2. कोर्स का कॉन्टेंट तैयार करने में छात्रों की मदद करना

    हमने पहले ही इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण तत्व जोड़ दिया हैः पारी पर, छात्र अपनी पाठ्यपुस्तकों की तैयारी में ख़ुद भी हिस्सा लेते हैं. अगर कोई शिक्षक या कोई संस्थान किसी पाठ्यक्रम या पाठ्यक्रम के किसी हिस्से के लिए कॉन्टेंट तैयार करना चाहती है, तो हम उस पाठ्यक्रम की तैयारी में उनके साथ मिलकर काम करेंगे. मान लीजिए कि ग्रामीण मज़दूरों या प्रवासी मज़दूरों या कृषि या कारीगरों के बारे में कॉन्टेंट तैयार करना है, हम फ़ील्ड ट्रिप के ज़रिए छात्रों को उनके विषयों पर जीवंत जानकारी तैयार करने की कोशिश करेंगे और छात्रों को उसमें शामिल करेंगे.

    इसलिए, छात्रों द्वारा बनाए गए वीडियो, ऑडियो रिकार्डिंग, तस्वीरें, और आर्टिकल न केवल उन्हें अपने कोर्स में नंबर तथा ग्रेड दिला सकेंगे, बल्कि पारी जैसे एक लचीले और खुले टेक्स्टबुक का हिस्सा भी बन सकेंगे. ऐसे वीडियो, उदाहरण के लिए खेतिहर मज़दूरों पर आधारित एक वीडियो, जिसमें वे ख़ुद ही अपनी कहानी बयान कर रहे हैं, जिसमें वे ख़ुद दर्शकों को संबोधित कर रहे होंगे, अपने जीवन, काम, और दुनिया को शेयर कर रहे होंगे; इस प्रकार की अध्ययन सामग्री कुछ ज़्यादा असरदार साबित होगी. सालों पहले से छापी जा रही पाठ्यपुस्तकों की तुलना में, इन कॉन्टेंट पर छात्रों, शिक्षकों, शोधकर्ताओं, और सामान्य दर्शकों का ध्यान ज़्यादा होना चाहिए. ख़ासकर इसलिए कि पारी इन आर्टिकल, शोध-पत्र, वीडियो, ऑडियो तथा स्टिल फ़ोटो की ताक़त को इकट्ठा कर देगा.

  3. सीखने की परंपरा की एक मजबूत कड़ी तैयार करना

    पारी पर पब्लिश होने वाले वीडियो के लिए ख़ास दिशा-निर्देश का पालन होता है, जो कहानी कहने वाले व्यक्ति के क्रेडिट को सुनिश्चित करता है. इस बीच, छात्र जिन लोगों के जीवन का अध्ययन करने की कोशिश कर रहे हैं उनके साथ छात्रों की सिर्फ़ बातचीत, और फ़ील्ड से प्रामाणिक कॉन्टेंट तैयार करने में समुदायों के साथ उनकी संयुक्त कोशिश भी सीखने का एक असरदार ज़रिया है. पारी में इस बात पर पहले से ही ज़ोर दिया जा रहा है.

    एक ज़रूरी बात यह भी हैः हर साल अनगिनत छात्र भारत से जुड़ा बहुमूल्य कॉन्टेंट तैयार करते हैं. यह काम शोध पत्र, आर्टिकल, वीडियो, डॉक्यूमेंट्री, मैगज़ीन, तस्वीरों आदि के रूप में होता है. यह बेहतरीन काम है, लेकिन इनमें से कुछ मैटेरियल विभागीय पुस्तकालयों, परीक्षा के प्रश्न-पत्रों की अल्मारियों या फिर साइबर-स्पेस के गुमनाम क़ब्रिस्तानों में खो जाते हैं. लेकिन, जो संस्थाएं हमारे साथ जुड़ी हुई हैं, पारी उनको एक ऐसा मंच देता है जो इन कॉन्टेंट को सुरक्षित रखने, और उनकी प्रदर्शनी का अवसर देता है, और इसे दुनिया में कहीं से भी ऐक्सेस किया जा सकता है. यह जानकर कि उनके काम को दुनिया भर में देखा जा सकता है, छात्रों के लिए यह अच्छा मौका होता है कि वे अपने काम के स्तर और क्वालिटी को बेहतर बनाएं.

  4. शोधकर्ताओं के लिए बेहतरीन लाइब्रेरी

    इसके अलावा, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और हाईस्कूलों के ऐसे छात्र भी हैं जो अपनी पढ़ाई के साथ-साथ, आर्टिकल, ऑडियो, और वीडियो को लेकर पारी के लिए काम कर रहे हैं. कुछ बेहद युवा छात्रों ने हमारे लिए समाचार-पत्र भी निकाले हैं.

    अपने संसाधन वाले हिस्से में, हमारा लक्ष्य ग्रामीण भारत से जुड़ी सभी आधिकारिक (और अनौपचारिक, लेकिन भरोसेमंद) रिपोर्टों को (केवल लिंक के ज़रिए नहीं, बल्कि पूरे टेक्स्ट के साथ) इकट्ठा करना है. उदाहरण के लिए, राष्ट्रीय असंगठित क्षेत्र के उद्यम से जुड़े आयोग की हर रिपोर्ट, योजना आयोग (अब नीति आयोग), और मंत्रालयों की रिपोर्ट, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट वगैरह. शोधकर्ताओं को ज़रूरी दस्तावेज़ों और अध्ययन सामग्रियों तक पहुंचने के लिए, विभिन्न स्रोतों वाली अलग-अलग साइटों पर नहीं जाना पड़ेगा.

    पारी छात्रों और शिक्षकों के साथ-साथ, अन्य सभी शिक्षार्थियों के लिए लाइब्रेरी है.