जगन्नाथाची रथयात्रा संपू लागते तसं ओडिशाच्या कोरापुट जिल्ह्यातले कोंध आदिवासी नारायणपटणा गावात सण साजरा करायला येऊ लागतात. शेवटच्या दिवस म्हणजे बहुदा यात्रा – जगन्नाथाचा रथ आपल्या मंदिरात परततो तो हा दिवस. १४-१६ वयोगटातल्या या तिघी जणी उत्सवाच्या ठिकाणी मजेत हिंडतायत.

फोटोः पी. साईनाथ, २ जुलै २००९, निकॉन डी ३००

पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक हैं. वह दशकों से ग्रामीण भारत की समस्याओं की रिपोर्टिंग करते रहे हैं और उन्होंने ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ तथा 'द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम' नामक किताबें भी लिखी हैं.

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Translator : Medha Kale

मेधा काले पुणे में रहती हैं और महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पर काम करती रही हैं. वह पारी के लिए मराठी एडिटर के तौर पर काम कर रही हैं.

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