बाड़ा-ले-बंधे-घूमंतु-बकरवाला-मन-के-जिनगी

Ganderbal, Jammu and Kashmir

Jan 09, 2023

बाड़ा ले बंधे घूमंतु बकरवाला मन के जिनगी

हरेक बछर ये समाज चरी-चरागान ला खोजे सेती कश्मीर मं ऊँच हिमालय डहर जाथे. सेना अऊ सैलानी मन के सेती चरी-चरागन मं बाड़ा लगाय के संगे संग बुनियादी सुविधा तक ले सरलग नई मिले ले वो मन के जिनगी खतरा मं पर गे हवय

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Author

Ritayan Mukherjee

रितायन मुखर्जी कोलकाता के एक फ़ोटोग्राफ़र आय अऊ 2016 के पारी के फेलो आय. वो हा एक ठन लम्बा प्रोजेक्ट ऊपर काम करत हवय, जेन ह तिब्बती पठार मन के ख़ानाबदोश चरवाहा समाज के जिनगी के दस्तावेज़ आय.

Author

Ovee Thorat

ओवीथोराट चरवाहा अऊ राजनीतिक पर्यावरन तंत्र मं रुचि रखेइय्या स्वतंत्र शोधकर्ता आंय.

Editor

Priti David

प्रीति डेविड पीपल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के कार्यकारी संपादक आंय. वो ह जंगल, आदिवासी अऊ जीविका के मुद्दा ला लेके लिखथें. वो ह पारी एजुकेसन के घलो अगुवई करत हवंय अऊ गाँव के समस्या मन ला कक्षा अऊ पाठ्यक्रम मं लाय बर गुरूजी मन के संग काम करत हवंय.

Photo Editor

Binaifer Bharucha

बिनाइफ़र भरूचा मुंबई मं बसे एक स्वतंत्र फ़ोटोग्राफ़र आंय, अऊ पारी मं फ़ोटो संपादक हवंय.

Translator

Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू पारी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संपादक आंय. पत्रकार अऊ अनुवादक के रूप मं वो ह छत्तीसगढ़ी अऊ हिंदी दूनों भाखा मं काम करत हवंय. निर्मल ला छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार पत्र मन मं तीन दसक के अनुभव हवय अऊ वो ह ये बखत देशडिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक हवंय.