ईमानदार-पत्रकारिता-को-एक-मौक़ा-तो-दें

Mumbai, Maharashtra

Dec 20, 2021

ईमानदार पत्रकारिता को एक मौक़ा तो दें

20 दिसंबर 2014 को शुरू हुए पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया (पारी) के अब सात साल पूरे हो चुके हैं. हमारे पाठकों के लिए इसका लेखा-जोखा सामने है

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Pratima

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Author

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक हैं. वह दशकों से ग्रामीण भारत की समस्याओं की रिपोर्टिंग करते रहे हैं और उन्होंने ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ तथा 'द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम' नामक किताबें भी लिखी हैं.

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Pratima

प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.