kunos-caged-cheetahs-and-exiled-adivasis-chh

Sheopur, Madhya Pradesh

Feb 06, 2024

कुनो के पिंजरा मं चीता, बेदखल आदिवासी

कुनो अब अपन राजनीति चमकाय के जगा बन गे हवय. संरक्षण परियोजना के आड़ मं चीता सफारी पइसावाले अऊ सरकार के पेट भरत हवय. उहिंचे जंगल छोड़े ला मजबूर करे गे सैकड़ों आदिवासी लोगन मन रोजगार, स्कूल, जलावन लकरी अऊ इहाँ तक ले पिये के पानी तक ले जूझत हवंय, फेर चितवा मन अभू घलो पिंजरा मं कैद हवंय

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Priti David

प्रीति डेविड पीपल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के कार्यकारी संपादक आंय. वो ह जंगल, आदिवासी अऊ जीविका के मुद्दा ला लेके लिखथें. वो ह पारी एजुकेसन के घलो अगुवई करत हवंय अऊ गाँव के समस्या मन ला कक्षा अऊ पाठ्यक्रम मं लाय बर गुरूजी मन के संग काम करत हवंय.

Editor

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक आंय. वो ह दसों साल ले गाँव-देहात के समस्या ला लेके लिखत हवंय अऊ वो ह ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ अऊ ‘द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम’ नांव के किताब घलो लिखे हवंय.

Translator

Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू 26 बछर ले पत्रकारिता ले जुड़े हंवय. छत्तीसगढ़ के राजधानी रइपुर के प्रमुख अख़बार मन मं सम्पादक रहिन्, हिंदी अऊ छत्तीसगढ़ी में लेखन-अनुवाद, ओटीवी के हिंदी डिजिटल पोर्टल देश टीवी में 2 बरस सम्पादक, हिंदी-भाषाविज्ञान में एम् ए, एम् फिल, पी-एच.डी, अनुवाद में पीजी डिप्लोमा हासिल कर चुके निर्मल कुमार साहू ये बखत देशडिजिटल के सम्पादक प्रमुख, संपर्क: [email protected]