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Ahmedabad, Gujarat

Mar 11, 2024

राजभोई समाज: रस्सी बरत, संटाय जिनगी

ये घूमंतू समाज के माईलोगन मन फेंके कपड़ा के रेशा ले सब्बो किसिम के रस्सी बनाथें. वो मन गुजरात के अलग-अलग जगा मं जाके ये कबाड़ फ़ाइबर ला बिसोथें, अऊ रतिहा मं ट्रेन मन मं राज भर मं आवत-जावत रहिथें

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Author

Umesh Solanki

उमेश सोलंकी अहमदाबाद के एक फोटोग्राफर, डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता अऊ लेखक आंय, वो ह पत्रकारिता मं मास्टर डिग्री हासिल करे हवंय. वो ला घुमंतू जिनगी ले मया हवय. ओकर कविता के तीन प्रकाशित संग्रह हवंय. एक कविता उपन्यास, एक उपन्यास अऊ गैर-कथा संग्रह हवय.

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पारी डेस्क हमार संपादकीय काम के माई जगा आय. टीम ह देश भर के पत्रकार, फोटोग्राफर, फिलिम बनेइय्या अऊ अनुवादक मन के संग काम करथे. पारी डेस्क ह कहिनी, वीडिओ, ऑडियो अऊ शोध रिपोर्ट बनाय अऊ प्रकाशित करे मं सहयोग अऊ बेवस्था करथे.

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Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू पारी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संपादक आंय. पत्रकार अऊ अनुवादक के रूप मं वो ह छत्तीसगढ़ी अऊ हिंदी दूनों भाखा मं काम करत हवंय. निर्मल ला छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार पत्र मन मं तीन दसक के अनुभव हवय अऊ वो ह ये बखत देशडिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक हवंय.