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Sheopur, Madhya Pradesh

Feb 06, 2024

‘चीता सभ मरे खातिर भारत काहे भेजात बा’

कूनो पर्यावरण संरक्षण खातिर चल रहल राजनीति के अखाड़ा बन गइल बा. संरक्षण परियोजना के नाम पर अफरात पइसा आउर सरकारी दखल चलते चीता सफारी अच्छा-खासा महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के रूप ले लेले बा. चीता के बसावे खातिर जंगल से बेदखल भइल गांव के सैंकड़न लोग के आजो काम, स्कूल, जलावन के लकड़ी आउर इहंवा ले कि पिए के पानी खातिर रोज संघर्ष करे के पड़त बा, आउर चीता अबहियो पिंजड़े में बंद बा

Translator

Swarn Kanta

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Author

Priti David

प्रीति डेविड पीपुल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया में पत्रकार बारी. ऊ पारी के एजुकेशन एडिटर भी हई. प्रीति मास्टर लोगन संगे मिलके, गांव-देहात के सवाल के क्लासरूम आउर पाठ्यक्रम में जगह दिलावे के काम करेली. इहे ना, उहां के नया उमिर के लोग संगे मिलके हमनी के बखत के मुद्दा के दस्तावेजीकरण भी करेनी.

Editor

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपुल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक बानी. उहां के दशकन से गांव-देहात में बसल भारत के बारे में लिखत बानी. उहां के ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ आउर ‘द लास्ट हीरोज: फुट सोल्जर्स ऑफ इंडियन फ्रीडम’ नाम के किताब भी लिखले बानी.

Translator

Swarn Kanta

स्वर्णकांता एगो पत्रकार, एडिटर, टेक ब्लॉगर, कंटेन्ट राइटर, ट्रांसलेटर, लिंग्विस्ट आ एक्टिविस्ट बारी.