खून-पसीना-जवानी-सब-एगो-पत्थर-खातिर-स्वाहा-हो-गइल

Bellary, Karnataka

Mar 13, 2023

‘खून-पसीना, जवानी सब एगो पत्थर खातिर स्वाहा हो गइल’

कर्नाटक के बेल्लारी में खदान में कच्चा लोहा खोदे, पीटे, काटे आउर छीले के काम करे वाला बहुते मेहरारू मजूर लोग के छंटनी हो गइल. दू दशक पहिले मशीनीकरण के बाद गलत तरीका से बड़हन संख्या में ओह लोग के काम से निकला देहल गइल रहे. अब ऊ लोग सरकार से मुआवजा आउर पुनर्वास के आपन हक मांगे खातिर मजूर यूनियन में शामिल हो गइल बा, आपन हक खातिर लामबंद होखत बा

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Author

S. Senthalir

एस. सेंतलिर, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में वरिष्ठ संपादक आउर 2020 के पारी फेलो बानी. उहां के लिंग, जाति आउर मजदूर जइसन विषय पर रिपोर्ट करेनी आउर वेस्टमिंस्टर यूनिवर्सिटी में चेवेनिंग साउथ एशिया जर्नलिज्म प्रोग्राम के साल 2023 के फेलो भी बानी.

Editor

Sangeeta Menon

मुंबई के संगीता मेनन लेखक, संपादक आुर कम्युनिकेशन कंसल्टेट बानी.

Translator

Swarn Kanta

स्वर्णकांता एगो पत्रकार, एडिटर, टेक ब्लॉगर, कंटेन्ट राइटर, ट्रांसलेटर, लिंग्विस्ट आ एक्टिविस्ट बारी.