पटलपुर गांव में सिर्फ़ उज्ज्वल और चंदना दास का किसान परिवार ही बचा है, जो अभी भी हाथियों की लूट के ख़िलाफ़ डटा है. हाथी हर साल उनकी फ़सल नष्ट करते हैं और उनके घर तोड़कर चले जाते हैं. गांव के बाक़ी लोग पलायन कर चुके हैं
सायन सरकार स्वतंत्र पत्रकार हैं और विभिन्न पत्रिकाओं में योगदान करते हैं. उनके पास काज़ी नज़रूल इस्लाम विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में स्नातक की डिग्री है.
Editor
Sarbajaya Bhattacharya
सर्वजया भट्टाचार्य, पारी के लिए बतौर सीनियर असिस्टेंट एडिटर काम करती हैं. वह एक अनुभवी बांग्ला अनुवादक हैं. कोलकाता की रहने वाली सर्वजया शहर के इतिहास और यात्रा साहित्य में दिलचस्पी रखती हैं.
Translator
Ajay Sharma
अजय शर्मा एक स्वतंत्र लेखक, संपादक, मीडिया प्रोड्यूसर और अनुवादक हैं.