फ़सल-अच्छी-होते-ही-मेरी-परेशानी-शुरू-हो-जाती-है

Muzaffarpur, Bihar

Feb 22, 2021

‘फ़सल अच्छी होते ही मेरी परेशानी शुरू हो जाती है’

बिहार में राजीव कुमार ओझा जैसे किसानों को फ़सल की क़ीमतों में उच्च अस्थिरता का सामना करना पड़ता है, राज्य में एपीएमसी की अनुपस्थिति ने इसे और भी बदतर बना दिया है। उनकी स्थिति बताती है कि आने वाले दिनों में जब पूरे भारत में नए कृषि क़ानून लागू कर दिए जाएंगे तब क्या होने वाला है

Translator

Qamar Siddique

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Author

Parth M.N.

पार्थ एम एन, साल 2017 के पारी फ़ेलो हैं और एक स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर विविध न्यूज़ वेबसाइटों के लिए रिपोर्टिंग करते हैं. उन्हें क्रिकेट खेलना और घूमना पसंद है.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।