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Bulandshahr, Uttar Pradesh

Apr 22, 2025

‘हमारी कला ही हमारी दौलत है’

उत्तर प्रदेश के खुर्जा में हमीद अहमद और उनके भाइयों ने सात पीढ़ियों से “किक-व्हील” तकनीक से मिट्टी के बर्तन बनाने की अनूठी परंपरा को जीवित रखा है. लेकिन गैस से चलने वाली भट्टियों के बढ़ते चलन ने इस व्यापार में मुनाफ़े की संभावनाओं को कम कर दिया है

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Author

Sneha Richhariya

स्नेहा रिछारिया, नई दिल्ली की पत्रकार हैं. वह स्वास्थ्य, पर्यावरण और जेंडर संबंधी मुद्दों पर लिखती हैं. उन्हें 2024 के लिए संयुक्त राष्ट्र लाडली मीडिया और साल 2023 के लिए मानव अधिकार व धार्मिक स्वतंत्रता (एचआरआरएफ़) पुरस्कार मिल चुका है.

Photographs

Suhail Bhat

सुहैल भट, कश्मीर के मल्टीमीडिया पत्रकार हैं और नई दिल्ली में रहते हैं. वह ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों, महिलाओं से जुड़े मुद्दों, पर्यावरण संकटों और अल्पसंख्यक समुदायों की चुनौतियों पर केंद्रित विषयों पर रिपोर्टिंग करते हैं.

Photo Editor

Binaifer Bharucha

बिनाइफ़र भरूचा, मुंबई की फ़्रीलांस फ़ोटोग्राफ़र हैं, और पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर फ़ोटो एडिटर काम करती हैं.

Editor

Sarbajaya Bhattacharya

सर्वजया भट्टाचार्य, पारी के लिए बतौर सीनियर एडिटर काम करती हैं. वह पारी एजुकेशन के तहत इंटर्नशिप कर रहे युवाओं और स्टूडेंट वालंटियर्स के साथ भी मिलकर काम करती हैं. वह एक अनुभवी बांग्ला अनुवादक हैं. कोलकाता की रहने वाली सर्वजया शहर के इतिहास और यात्रा साहित्य में दिलचस्पी रखती हैं.

Translator

Pratima

प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.