कश्मीर में सर्दियों के महीनों में मोहम्मद शोएब स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी हरिसा खिलाते हैं. यह सुबह के नाश्ते में खाया जाने वाला एक व्यंजन है, जो चावल और मेमने के गोश्त से बनाया जाता है. वह यहां की सबसे मशहूर दुकान चलाते हैं, जो पारंपरिक व्यंजनों के लिए मशहूर तक़रीबन एक सदी पुराने इलाक़े में स्थित है. सुबह 10 बजते-बजते उनका पूरा हरिसा ख़त्म जाता है
मुज़मिल भट, श्रीनगर के स्वतंत्र फ़ोटो-पत्रकार व फ़िल्मकार हैं, और साल 2022 के पारी फ़ेलो रह चुके हैं.
Editor
Sarbajaya Bhattacharya
सर्वजया भट्टाचार्य, पारी के लिए बतौर सीनियर असिस्टेंट एडिटर काम करती हैं. वह एक अनुभवी बांग्ला अनुवादक हैं. कोलकाता की रहने वाली सर्वजया शहर के इतिहास और यात्रा साहित्य में दिलचस्पी रखती हैं.
Translator
Prabhat Milind
प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.