मेरठ में छोट आमदनी वाला परिवार के जवान मुस्लिम लइका लोग खातिर जिम के सामान बनावल आमदनी के अहम जरिया बा. ऊ लोग कारखाना में लोहा काटे, जोड़े, मोड़े, चिक्कन करे, पेंटिंग आ पाउडर-कोटिंग करे, आउर फेरु सभ के जोड़े आ संगे फिट करे के काम करेला
सर्वजया भट्टाचार्य पीपल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया में सीनियर असिस्टेंट एडिटर बानी. उहां के बांग्ला के एगो अनुभवी अनुवादक बानी. कोलकाता के रहे वाला बानी. संगही, कोलकाता के इतिहास आउर यात्रा में उनकर घोर दिलचस्पी बा.
श्रुति शर्मा, एमएमएफ़-पारी फ़ेलो (2022-23) बाड़ी. उहां के कोलकाता के सामाजिक विज्ञान अध्ययन केंद्र से भारत में खेलकूद के सामान बनावे के सामाजिक इतिहास पर पीएचडी कर रहल बानी.