नेल्ली नरसंहार के 40वां बरखी पर रशीदा बेगम ओह रूह कंपा देवे वाला दिन इयाद करत बारी, जब मध्य असम के एगो गांव में बंगाली मूल के हजारन मुसलमानन के मौत के घाट उतार देहल गइल
सुबश्री कृष्णन एगो फिल्मकार बाड़ी. आपन काम के जरिए नागरिकता से जुड़ल सवाल उठाएली. एह खातिर ऊ लोगन के याददाश्त, माइग्रेशन से जुड़ल कहानी आ सरकारी पहचान वाला कागज के सहायता लेवेली. लेती हैं. 'फेसिंग हिस्ट्री एंड ऑवरसेल्फ' उनकरे प्रोजक्ट बा. एह में असम राज्य के एहि तरहा के मुद्दा के पड़ताल कइल गइल बा. फिलहाल ऊहां के जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली के ए. जे. के. मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर में पीएचडी करत बानी.
Text Editor
Vinutha Mallya
विनुता माल्या पेशा से संपादक आउर पत्रकार हई. उहां के पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के एडिटोरियल चीफ़ के भूमिका निभा चुकल बानी.