जबरन-नसबंदी-अकाल-मऊत

Chittaurgarh, Rajasthan

Sep 26, 2022

जबरन नसबंदी, अकाल मऊत

राजस्थान के बांसी गाँव के भावना सुथार के बीते बछर एक ठन ‘सिविर’ मं नसबंदी करे के बाद मऊत होगे, जिहां नियम ला टोर के वो मन ला दूसर तरीका अपनाय के विचार करे के समे नई देय गेय रहिस. ओकर घरवाला दिनेश ह अभू घलो नियाव मांगत हवय

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Anubha Bhonsle

अनुभा भोंसले स्वतंत्र पत्रकार आंय, अऊ साल 2015 के पारी फ़ेलो आंय. वो ह आईसीएफ़जे नाइट फ़ेलो घलो रहे हवंय, अऊ मणिपुर के इतिहास अऊ आफ़्स्पा के असर ला बतेइय्या किताब ‘मदर, व्हेयर्स माई कंट्री’के लेखिका आंय.

Illustration

Labani Jangi

लबानी जंगी 2020 PARI फेलो आय. खुदेच चित्रकारी सीखे लबानी जंगी ह पश्चिम बंगाल के नादिया जिला के रहेइय्या आय. वो ह सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज, कोलकाता मं मजूर मन के पलायन ऊपर पीएचडी करत हवय.

Editor

Hutokshi Doctor

Series Editor

Sharmila Joshi

शर्मिला जोशी ह पारी (पीपुल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया) के पूर्व कार्यकारी संपादक, लेखिका अऊ सामयिक शिक्षिका आय.

Translator

Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू पारी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संपादक आंय. पत्रकार अऊ अनुवादक के रूप मं वो ह छत्तीसगढ़ी अऊ हिंदी दूनों भाखा मं काम करत हवंय. निर्मल ला छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार पत्र मन मं तीन दसक के अनुभव हवय अऊ वो ह ये बखत देशडिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक हवंय.