hunger-in-the-belly-of-the-beast-chh

Jhargram, West Bengal

Aug 09, 2023

सबर आदिवासी: 70 बछर बाद घलो कोनहा मं परे भूखन मरत

विश्व आदिवासी दिवस के मऊका मं, पश्चिम बंगाल मं सबर आदिवासी समाज के एक ठन लेखा-जोखा. वइसे 70 बछर पहिली गैर-अधिसूचित करे जाय के बाद घलो वो मन जूझत हवंय अऊ कोनहा मं परे भूखन मरत हवंय. वो सबले जियादा गरीब लोगन मन ले हवंय, जेन मन अपन खाय-पिये अऊ जीविका सेती कमती होवत जंगल ऊपर सबले जियादा आसरित हवंय

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Ritayan Mukherjee

रितायन मुखर्जी कोलकाता के एक फ़ोटोग्राफ़र आय अऊ 2016 के पारी के फेलो आय. वो हा एक ठन लम्बा प्रोजेक्ट ऊपर काम करत हवय, जेन ह तिब्बती पठार मन के ख़ानाबदोश चरवाहा समाज के जिनगी के दस्तावेज़ आय.

Editor

Priti David

प्रीति डेविड पीपल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के कार्यकारी संपादक आंय. वो ह जंगल, आदिवासी अऊ जीविका के मुद्दा ला लेके लिखथें. वो ह पारी एजुकेसन के घलो अगुवई करत हवंय अऊ गाँव के समस्या मन ला कक्षा अऊ पाठ्यक्रम मं लाय बर गुरूजी मन के संग काम करत हवंय.

Translator

Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू पारी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संपादक आंय. पत्रकार अऊ अनुवादक के रूप मं वो ह छत्तीसगढ़ी अऊ हिंदी दूनों भाखा मं काम करत हवंय. निर्मल ला छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार पत्र मन मं तीन दसक के अनुभव हवय अऊ वो ह ये बखत देशडिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक हवंय.