सिंघु बॉर्डर: किसानों का आना-जाना, आंदोलन का बढ़ते जाना
हरियाणा-दिल्ली सीमा पर बैठे किसान, हफ़्तों से चले आ रहे विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ अपनी फ़सलों और खेतों को नज़रंदाज़ नहीं कर सकते, इसलिए उन्होंने रिले की तैयारी की है - कुछ किसान थोड़े वक़्त के लिए अपने गांव लौटते हैं, वहीं दूसरे किसान सिंघु सीमा पर उनकी जगह ले लेते हैं
पार्थ एम एन, साल 2017 के पारी फ़ेलो हैं और एक स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर विविध न्यूज़ वेबसाइटों के लिए रिपोर्टिंग करते हैं. उन्हें क्रिकेट खेलना और घूमना पसंद है.
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Neha Kulshreshtha
नेहा कुलश्रेष्ठ, जर्मनी के गॉटिंगन विश्वविद्यालय से भाषा विज्ञान (लिंग्विस्टिक्स) में पीएचडी कर रही हैं. उनके शोध का विषय है भारतीय सांकेतिक भाषा, जो भारत के बधिर समुदाय की भाषा है. उन्होंने साल 2016-2017 में पीपल्स लिंग्विस्टिक्स सर्वे ऑफ़ इंडिया के द्वारा निकाली गई किताबों की शृंखला में से एक, भारत की सांकेतिक भाषा(एं) का अंग्रेज़ी से हिंदी में सह-अनुवाद भी किया है.