नाथजोगी ख़ानाबदोश समुदाय में, आज तक कोई भी लड़की कक्षा 10 पास नहीं कर पाई है। लेकिन अपने धुन की पक्की, महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले की जमुना सोलंके ने इस बेड़ी को तोड़ दिया है। पेश है उसकी यह कहानी
जमुना सोलंके महाराष्ट्र की जलगांव जमोद तहसील में दी न्यू एरा हाई स्कूल में कक्षा 11 की छात्रा हैं। वह राज्य के बुलढाणा जिले के नव ख गांव में रहती हैं।
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Neha Kulshreshtha
नेहा कुलश्रेष्ठ, जर्मनी के गॉटिंगन विश्वविद्यालय से भाषा विज्ञान (लिंग्विस्टिक्स) में पीएचडी कर रही हैं. उनके शोध का विषय है भारतीय सांकेतिक भाषा, जो भारत के बधिर समुदाय की भाषा है. उन्होंने साल 2016-2017 में पीपल्स लिंग्विस्टिक्स सर्वे ऑफ़ इंडिया के द्वारा निकाली गई किताबों की शृंखला में से एक, भारत की सांकेतिक भाषा(एं) का अंग्रेज़ी से हिंदी में सह-अनुवाद भी किया है.