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Madurai, Tamil Nadu

Dec 17, 2021

मेरी मां का जीवन: गोया ज़िंदगी की पीली रोशनी

पारी के फ़ोटोग्राफ़र ने इस बार लेंस को ख़ुद की ओर घुमाया है. वह मदुरई के एक स्ट्रीट लैंप से उधार ली हुई रोशनी में बैठते हैं और ख़ुद के होने की तस्वीर इस कहानी में बयान करते हैं; जिसमें वह अपनी मां से फ़ासले पर ज़रूर खड़े दिखते हैं, लेकिन उनसे अलग नहीं

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Author

M. Palani Kumar

एम. पलनी कुमार पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के स्टाफ़ फोटोग्राफर हैं. वह अपनी फ़ोटोग्राफ़ी के माध्यम से मेहनतकश महिलाओं और शोषित समुदायों के जीवन को रेखांकित करने में दिलचस्पी रखते हैं. पलनी को साल 2021 का एम्प्लीफ़ाई ग्रांट और 2020 का सम्यक दृष्टि तथा फ़ोटो साउथ एशिया ग्रांट मिल चुका है. साल 2022 में उन्हें पहले दयानिता सिंह-पारी डॉक्यूमेंट्री फ़ोटोग्राफी पुरस्कार से नवाज़ा गया था. पलनी फ़िल्म-निर्माता दिव्य भारती की तमिल डॉक्यूमेंट्री ‘ककूस (शौचालय)' के सिनेमेटोग्राफ़र भी थे. यह डॉक्यूमेंट्री तमिलनाडु में हाथ से मैला साफ़ करने की प्रथा को उजागर करने के उद्देश्य से बनाई गई थी.

Translator

Amit Kumar Jha

अमित कुमार झा एक अनुवादक हैं, और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है.