ए गरमी में महाराष्ट्र के एगो आदिवासी गांव, पलसगांव के रहे वाला लोग एगो अनदेखा खतरा के वजह से जंगल पर टिकल आपन रोजी रोटी जुटावल छोड़ के घर के भीतर लुकाईल बा. अपनी जिनगी खातिर घबराईल ग्रामीण लोगन में आम चुनाव 2024 के लेकर एकदम उत्साह नईखे
जयदीप हार्दिकर, नागपुर में रहे वाला एगो पत्रकार-लेखक आउर पारी के कोर टीम के सदस्य बाड़न.
Editor
Medha Kale
मेधा काले तुलजापुर के रहे वाला बानी आ पीपल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया में मराठी अनुवाद संपादक बानी. उहां के मेहरारू आ स्वास्थ्य से जुड़ल मुद्दा पर सक्रिय बानी.
Translator
Vimal Chandra Pandey
विमल चंद्र मुंबई में रहे वाला एगो पत्रकार, फिल्मकार आउर अनुवादक बानी. सूचना के अधिकार आंदोलन से एगो कार्यकर्ता के रूप में जुड़ल विमल हिंदी अखबार नवभारत टाइम्स, मुंबई में भोजपुरी स्तंभ ‘माटी के पाती’ खातिर नियमित लिखेनी.