every-house-is-like-a-graveyard-bho

Dharmapuri, Tamil Nadu

Feb 24, 2024

‘घरे-घरे मातम पसरल बा’

तमिलनाडु के कृष्णगिरी लगे पटाखा के गोदाम में बिस्फोट होखे से आठ गो लरिकन मर गइल. गांव भर में सन्नाटा बा. ई देवाली से एक महीना पहिले के बात बा. आठ गो जवान दलित लइका, लगभग सभे जिगरी दोस्त, करजा चुकावे, कॉलेज के फीस भरे आउर दोसर खरचा उठावे के उम्मीद में पइसा कमाए निकलल पड़ल रहे

Want to republish this article? Please write to zahra@ruralindiaonline.org with a cc to namita@ruralindiaonline.org

Author

M. Palani Kumar

एम. पलानी कुमार पीपुल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के स्टाफ फोटोग्राफर बानी. उहां के मेहरारू मजूर आउर हाशिया पर रहे वाला लोग के जिनगी पर डॉक्यूमेंट्री बनावे में दिलचस्पी बा. पलानी के साल 2020 में सम्यक दृष्टि आउर फोटो साउथ एशिया अनुदान आ साल 2021 में एम्पलीफाई अनुदान मिलल रहे. एकरा बाद साल 2022 में उहां के पहिल दयानिता सिंह-पारी डॉक्यूमेंट्री फोटोग्राफी अवार्ड से नवाजल गइल. पलानी तमिलनाडु के मैला ढोवे वाली मजूरन पर, तमिल में बनल डॉक्यूमेंट्री 'कक्कूस' (शौचालय) के सिनेमाटोग्राफर भी रह चुकल बानी.

Editor

Kavitha Muralidharan

कविता मुरलीधरन, चेन्नई के एगो स्वतंत्र पत्रकार और अनुवादक हईं. ऊ पहिले 'इंडिया टुडे' (तमिल) के संपादक रह चुकल बाड़ी. ओकरो से पहिले, ऊ 'द हिंदू' (तमिल) के रिपोर्टिंग सेक्शन के प्रमुख रहस. उहां के पारी खातिर बतौर वॉलंटियर काम करेनी.

Translator

Swarn Kanta

स्वर्णकांता एगो पत्रकार, एडिटर, टेक ब्लॉगर, कंटेन्ट राइटर, ट्रांसलेटर, लिंग्विस्ट आ एक्टिविस्ट बारी.