छत्तीसगढ़ के अमाबेडा गांव के साप्ताहिक बाज़ार में विभिन्न गांवों के आदिवासी, वन तथा कृषि उत्पाद ख़रीदने और बेचने, साप्ताहिक राशन लेने, स्थानीय शराब पीने, और मुर्गे की लड़ाई देखने के लिए इकट्ठा होते हैं
पुरुषोत्तम ठाकुर, साल 2015 के पारी फ़ेलो रह चुके हैं. वह एक पत्रकार व डॉक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकर हैं और फ़िलहाल अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन के लिए काम करते हैं और सामाजिक बदलावों से जुड़ी स्टोरी लिखते हैं.
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Qamar Siddique
क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।