असम के बहुत से प्रवासी लोग हरियाणा के ए गांव में आ गईल बा आ कचरा बीने के काम करता काहें कि इहे एगो काम ओ लोगन के मिल पावता. काम में लागे वाला लम्बा समय, सामाजिक आ सांस्कृतिक अपमान, कठिन काम करे आ रहे के स्थिति के बावजूद उनकर कहनाम बा कि ओ लोगन के ई काम करे के अलावा कवनो रास्ता नईखे
चौधरी सोंपित के अशोक विश्वविद्यालय के विद्यार्थी हवें. उनकर पालन पोषण मध्य प्रदेश के कुकड़ेश्वर में भईल बा.
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PARI Desk
पारी डेस्क, संपादन के धुरी बा. टीम देस भर के पत्रकार, शोधकर्ता, फोटोग्राफर, फिल्मकार आउर अनुवादक संगे काम करेला. डेस्क पारी ओरी से छपल कहानी, वीडियो, ऑडियो आउर शोध रिपोर्ट करे आउर छापे में सहयोग करेला आउर ओकर प्रबंधनो देखेला.
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Vimal Chandra Pandey
विमल चंद्र मुंबई में रहे वाला एगो पत्रकार, फिल्मकार आउर अनुवादक बानी. सूचना के अधिकार आंदोलन से एगो कार्यकर्ता के रूप में जुड़ल विमल हिंदी अखबार नवभारत टाइम्स, मुंबई में भोजपुरी स्तंभ ‘माटी के पाती’ खातिर नियमित लिखेनी.