‘दिन-रात मेहनत के बाद भी मेरी आमदनी न के बराबर है’
पश्मीना उत्पादों के लिए औरतें सूत कातने जैसा बारीक और कौशल से भरा काम करती हैं. लेकिन इस कड़ी मेहनत के बदले उनकी कमाई बहुत ही कम है. अब युवा पीढ़ी में इस परंपरागत पेशे के प्रति बहुत कम रुझान देखा जा रहा है
मुज़मिल भट, श्रीनगर के स्वतंत्र फ़ोटो-पत्रकार व फ़िल्मकार हैं, और साल 2022 के पारी फ़ेलो रह चुके हैं.
Editor
Punam Thakur
पूनम ठाकुर दिल्ली की एक स्वतंत्र पत्रकार हैं, जिन्हें पत्रकारिता और संपादन का पर्याप्त अनुभव है.
Translator
Prabhat Milind
प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.