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Nilgiris, Tamil Nadu

Jul 26, 2024

मेती, मेरी मां

नीलगिरि के जंगलों में बसे गांव बोक्कापुरम में रहने वाला एक बेट्टकुरुम्ब आदिवासी अपनी अम्मा की कहानी सुनाता है

Translator

Devesh

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Author

K. Ravikumar

के. रविकुमार के एक उभरते फ़ोटोग्राफ़र और डाक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकर हैं, और तमिलनाडु के मुदुमलई टाइगर रिज़र्व में स्थित गांव बोक्कापुरम में रहते हैं. रवि ने पलनी स्टूडियो से फ़ोटोग्राफ़ी सीखी है, जिसे पारी के फ़ोटोग्राफ़र पलनी कुमार चलाते हैं. रवि अपने बेट्टकुरुम्ब आदिवासी समुदाय के जीवन और आजीविकाओं का दस्तावेज़ीकरण करना चाहते हैं.

Editor

Vishaka George

विशाखा जॉर्ज, पूर्व में पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया की सीनियर एडिटर रह चुकी हैं, और आजीविका व पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर लिखती थीं. इसके अलावा, विशाखा ने 2017-2025 तक पारी सोशल मीडिया की अगुवाई की, और पारी एजुकेशन टीम के साथ मिलकर पारी की कहानियों को कक्षाओं में पढ़ाई का हिस्सा बनाने और छात्रों को तमाम मुद्दों पर लिखने में मदद की.

Translator

Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.