कोलकाता में मूर्तिकारों-कुम्हारों की ऐतिहासिक बस्ती कुमारतुली में कामधंधा ठप पड़ा है, क्योंकि मां दुर्गा की मूर्तियों और अन्य प्रतिमाओं की मांग न के बराबर है. मूर्तिकारों , विक्रेताओं और मज़दूरों को भारी नुकसान का अनुमान है
रितायन मुखर्जी, कोलकाता के फ़ोटोग्राफर हैं और पारी के सीनियर फेलो हैं. वह भारत में चरवाहों और ख़ानाबदोश समुदायों के जीवन के दस्तावेज़ीकरण के लिए एक दीर्घकालिक परियोजना पर कार्य कर रहे हैं.
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Rhythima Agrawal
रिद्धिमा अग्रवाल, जबलपुर के एक अंग्रेज़ी अख़बार में बतौर रिपोर्टर काम करती हैं. उन्हें इंसानी अभिरुचियों से जोड़ी कहानियों की रिपोर्टिंग करना पसंद है. साथ ही, उन्हें यात्राओं का भी शौक़ है.