पश्मीना-शॉल-की-कहानी-बुनते-हुए

Jun 23, 2019

पश्मीना शॉल के धागों से बुनी ज़िंदगियों के क़िस्से

तिब्बती पठार की चांगथांगी बकरियों से लेकर श्रीनगर के रिटेल स्टोर तक, पश्मीना शॉल बनाने में कई लोग शामिल होते हैं – पशुचालक, थोक व्यापारी, कताई करने वाले, रंगरेज़, डिज़ाइनर, कढ़ाई करने वाले, और उद्यमी

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Author

Prabir Mitra

प्रबीर मित्रा, जनरल फिज़िशियन हैं और लंदन स्थित 'द रॉयल कॉलेज ऑफ़ फिज़िशियन' के फ़ेलो हैं. वह 'रॉयल फ़ोटोग्राफ़िक सोसाइटी' के एक सहयोगी और ग्रामीण भारतीय सांस्कृतिक विरासत में रुचि रखने वाले एक डॉक्यूमेंट्री फ़ोटोग्राफ़र हैं.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।