यह फ़िल्म मुर्शिदाबाद ज़िले के एक गांव में हस्तनिर्मित रंग-बिरंगे खिलौने काटक्येटी के बनने और क़रीब 2,000 किलोमीटर दूर स्थित शहर की सड़कों पर बेचे जाने की यात्रा को बयान करती है
यशस्विनी रघुनंदन, बेंगलुरु स्थित फ़िल्ममेकर हैं और साल 2017 की पारी फ़ेलो रही हैं.
Author
Aarthi Parthasarathy
आरती पार्थसारथी, बेंगलुरु स्थित फ़िल्ममेकर और लेखक हैं. उन्होंने कई लघु फ़िल्मों और डाक्यूमेंट्री के साथ-साथ, कॉमिक्स और लघु ग्राफ़िक कहानियों पर भी काम किया है.
Translator
Amit Kumar Jha
अमित कुमार झा एक अनुवादक हैं, और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है.