हौसाबाई-की-अनकही-शौर्य-गाथा

Sangli, Maharashtra

Aug 13, 2018

हौसाबाई की अनकही शौर्य गाथा

91 वर्ष की हो चुकी हौसाबाई पाटिल उन भूमिगत क्रांतिकारियों का हिस्सा थीं जिन्होंने 1943-46 के बीच महाराष्ट्र के सतारा इलाक़े में अंग्रेज़ी दफ़्तरों पर साहसी हमले किए और शस्त्रागारों, बसों व पुलिस थानों को लूटा था

Translator

Qamar Siddique

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Author

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक हैं. वह दशकों से ग्रामीण भारत की समस्याओं की रिपोर्टिंग करते रहे हैं और उन्होंने ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ तथा 'द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम' नामक किताबें भी लिखी हैं.

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Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।