असम: जीविका के संकट से जूझते चार के दुग्ध-व्यापारी
असम की ब्रह्मपुत्र नदी के चालाकुरा द्वीप पर रहने वाले लोगों की आजीविका का एकमात्र स्रोत है दूध का कारोबार - लेकिन राज्य द्वारा पशुओं के चारे पर दी जाने वाली सब्सिडी को समाप्त कर देने से उनका भविष्य अंधकार में डूब गया है
रत्ना भराली तालुकदार साल 2016-17 की पारी फेलो है. वह भारत के उत्तर-पूर्व पर आधारित एक ऑनलाइन पत्रिका nezine.com की कार्यकारी संपादक है. इसके अलावा, वह रचनात्मक लेखन भी करती हैं, और इस क्षेत्र में पलायन, विस्थापन, शांति और संघर्ष, पर्यावरण, और जाति सहित विभिन्न मुद्दों को कवर करने के लिए व्यापक यात्राएं करती हैं.
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Qamar Siddique
क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।