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Jaisalmer, Rajasthan

Aug 31, 2024

‘मुझे उम्मीद है कि वे खरताल बनाते रहेंगे’

अनोपाराम सुतार उन आख़िरी गिनेचुने कारीगरों में एक हैं जो राजस्थान के महत्वपूर्ण तालवाद्य – खरताल बनाने का काम करते हैं. अधिकतर कारीगर फर्नीचर बनाने के लिए शहरों की ओर पलायन कर चुके हैं, क्योंकि उनके अनुसार इस काम में बेहतर कमाई है

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Author

Sanket Jain

संकेत जैन, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में रहने वाले पत्रकार हैं. वह पारी के साल 2022 के सीनियर फेलो हैं, और पूर्व में साल 2019 के फेलो रह चुके हैं.

Editor

Sanviti Iyer

संविति अय्यर, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर कंटेंट कोऑर्डिनेटर कार्यरत हैं. वह छात्रों के साथ भी काम करती हैं, और ग्रामीण भारत की समस्याओं को दर्ज करने में उनकी मदद करती हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.