मराठवाड़ा: गहराते कृषि संकट के बीच क़र्ज़ के फंदे से झूलते किसान
पहले से सुस्त चल रही अर्थव्यवस्था में कोरोना महामारी, बेमौसमी बरसात, और फ़सल के नुक़्सान ने मराठवाड़ा के किसानों पर क़र्ज़ के भार को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है. एंज़ायटी और डिप्रेशन के चलते उनमें से कई किसान, आत्महत्या करने को मजबूर हुए हैं
पार्थ एम एन, साल 2017 के पारी फ़ेलो हैं और एक स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर विविध न्यूज़ वेबसाइटों के लिए रिपोर्टिंग करते हैं. उन्हें क्रिकेट खेलना और घूमना पसंद है.
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Pratima
प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.