लॉकडाउन के कारण ईंट भट्टे का काम बंद हो गया, राशन ख़त्म हो रहे हैं और क़र्ज़ का बोझ बढ़ता जा रहा है, ऐसे में तीरा और अनीता भुईया ‘बटिया’ अनुबंध पर दो एकड़ खेत में लगाई गई फ़सल को भरपूर मात्रा में काटने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं
अश्विनी कुमार शुक्ला, झारखंड के स्वतंत्र पत्रकार हैं, और नई दिल्ली के भारतीय जन संचार संस्थान (2018-2019) से स्नातक कर चुके हैं. वह साल 2023 के पारी-एमएमएफ़ फ़ेलो हैं.
Author
Ujwala P.
उज्वला पी बेंगलुरु स्थित एक स्वतंत्र पत्रकार हैं, और भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली से स्नातक (2018-2019) हैं।
Translator
Qamar Siddique
क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।