playing-with-fire-in-sivakasi-hi

Virudhunagar, Tamil Nadu

Nov 01, 2025

लोगों की दिवाली की ख़ातिर धमाकों में जलते पटाखा मज़दूर

हम में से कईयों की दीवाली रोशन करने वाले मज़दूरों का ख़ुद का जीवन अंधेरे में डूबा हुआ है

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

SubaGomathi Muppidathi

तमिलनाडु के तेनकासी ज़िले के शंकरनकोविल की रहने वाली सुबगोमती मुप्पिदाति एक पत्रकार व डॉक्यूमेंट्री फ़ोटोग्राफ़र हैं. वह पीपल्स फ़ोटोग्राफ़ी कलेक्टिव के साथ काम करती हैं और हाशिए पर रहने वाली महिलाओं व दलितों के जीवन एवं आजीविकाओं के दस्तावेज़ तैयार करती हैं.

Editor

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

Photo Editor

M. Palani Kumar

एम. पलनी कुमार पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के स्टाफ़ फोटोग्राफर हैं. वह अपनी फ़ोटोग्राफ़ी के माध्यम से मेहनतकश महिलाओं और शोषित समुदायों के जीवन को रेखांकित करने में दिलचस्पी रखते हैं. पलनी को साल 2021 का एम्प्लीफ़ाई ग्रांट और 2020 का सम्यक दृष्टि तथा फ़ोटो साउथ एशिया ग्रांट मिल चुका है. साल 2022 में उन्हें पहले दयानिता सिंह-पारी डॉक्यूमेंट्री फ़ोटोग्राफी पुरस्कार से नवाज़ा गया था. पलनी फ़िल्म-निर्माता दिव्य भारती की तमिल डॉक्यूमेंट्री ‘ककूस (शौचालय)' के सिनेमेटोग्राफ़र भी थे. यह डॉक्यूमेंट्री तमिलनाडु में हाथ से मैला साफ़ करने की प्रथा को उजागर करने के उद्देश्य से बनाई गई थी.

Translator

Pratima

प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.