नंदावत-जात-ओरछा-के-जंगल-अऊ-मनिराम-के-बांसुरी

Narayanpur, Chhattisgarh

May 15, 2022

नंदावत जात ओरछा के जंगल अऊ मनिराम के बांसुरी

छत्तीसगढ़ के नरायनपुर जिला के गोंड आदिवासी अऊ पेशा ले बांसुरी बनैय्या, मनीराम मंडावी ओ बखत ला सुरता करथे, जेन समे जंगल ह अब्बड़ अकन जानवर, रुख-रई अऊ ऊ बांस ले भरे रहय जेकर ले वो खास किसिम के ‘घुमा के बजाने वाला बांसुरी’ बनाथे

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Author

Priti David

प्रीति डेविड पीपल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के कार्यकारी संपादक आंय. वो ह जंगल, आदिवासी अऊ जीविका के मुद्दा ला लेके लिखथें. वो ह पारी एजुकेसन के घलो अगुवई करत हवंय अऊ गाँव के समस्या मन ला कक्षा अऊ पाठ्यक्रम मं लाय बर गुरूजी मन के संग काम करत हवंय.

Translator

Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू पारी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संपादक आंय. पत्रकार अऊ अनुवादक के रूप मं वो ह छत्तीसगढ़ी अऊ हिंदी दूनों भाखा मं काम करत हवंय. निर्मल ला छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार पत्र मन मं तीन दसक के अनुभव हवय अऊ वो ह ये बखत देशडिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक हवंय.