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ये तऊन किसिम के जिनिस आय जेन ह ऑनलाइन सब्बो को नजर ला खींचथे. पारी मं हमर करा ये जिनिस मन ले एके घलो नई ये, येकर बाद घलो हमन सोशल मीडिया के मेकराजाला मं अपन दर्शक ले खोजे अऊ वो मन ला अपन बना के रखे मं कामयाब रहे हवन. कइसने? बनेच सफ्फा-सफ्फा फेर कम बऊरेइय्या तकनीक के जरिया ले: असल अऊ ताकत वाले कहिनी सुनाके.

जइसने ये बछर सिरोय ला जावत हे, हमन बताय ला चाहत हवन के अलग-अलग दर्शक मन हमर काम ला लेके के कहे हवंय (ये नानकन क्लिप घलो देखव)

बांसवाड़ा मं पल-छिन के 'चेयरवूमेन' उपर हमर पोस्ट ला लाखों फॉलोअर्स मन सराहिन. नीलांजना नंदी के ये कहिनी राजस्थान के तऊन माईलोगन के बारे मं हवय जेन मन कभू घलो मरद धन बड़े लोगन के आगू मं रहत कुर्सी धन दीगर ऊंच जगा मं नई बईठेंय. इंस्टाग्राम मं रील ला करीबन सात लाख बेर देखे गीस. अऊ येकर ऊपर माईलोगन मन के सैकड़ों टिप्पणी आइस जेन मन समान बेवहार के बात करिन, संगे संग दीगर लोगन मन घलो मानिन के कइसने वो मन ये नान नान जिनिस ला हल्का मं ले लेथें फेर कुछेक त येकर बारे मं सपना मं घलो सोचे नई सकंय. एक झिन पाठक मलिका कुमार कहे हवय, “अइसने जिनिस मन ला धियान मं रखे सेती भारी चेत नजर के जरूरत परथे,” हो सकथे रोजमर्रा के समान्य अनुभव के रिपोर्टिंग बर ये ह सबले बड़े प्रशंसा आय.

ककरो सराहना ह हमन ला आगू जाय मं मदद करथे, अऊ पढ़ेइय्या मन कतको तरीका से सराहथें. हमन ला ये बताथें के वो मन ये कहिनी ले कतका सीखे हवंय अऊ पारी ला चलाय मं दान देके घलो जेकर ले हमन एक ठन स्वतंत्र खोज खबर वाले पत्रकारिता के मंच बने रहे सकन.

अपर्णा कार्तिकेयन के मदुरै के रंगीन अऊ भरे मोंगरा फूल के बजार ला लेके एक ठन वीडियो मं, दुनिया भर के पढ़ेइय्या मन कहिन के ये कहिनी ले बनेच अकन सुरता लहूंट के आ गे. नम्रता किलपाडी कहिथे, “भारी सुग्घर ढंग ले लिखे गे हे. करीबन हरेक नजारा के चित्रन करे जा सकथे अऊ मल्ली (मोंगरा) के मीठ महक ला मसूस करे जा सकथे.” जऊन जगा अऊ ठीहा ले हमन लिखथन, उहाँ के लोगन मन तक ले पहुंचाय कतक आनन्द देवेइय्या आय. येकर ले कुछु घलो हमर ले भेंट-घाट करेइय्या मन के रोज के जिनगी के बताय अनुभव के बगैर होय नई सके रइतिस.

इंस्टाग्राम मं हमर अब तक के सबले लोकप्रिय वीडियो 30 सेकंड के क्लिप आय, जेन मं पुणे मं कचरा संकलेइय्या सुमन मोरे घलो शामिल हवंय, जऊन ह शब्द के मार के ताकत ला लेके गोठ-बात करथें. वो ह सवाल करथें के जब ओकर जइसने माईलोगन मन लोगन मन के गंदगी ला साफ करथें त वो मन ला ‘कचरेवाली’ काबर कहे जाथे. 12 लाख बेर देखे गे क्लिप मं लोगन मन समाजिक अज्ञान अऊ निठुराई ला उजागर करे सेती ओकर सराहना करिन. एक झिन पढ़ेइय्या ह इहाँ तक ले कहिस, “मंय मानथों के मंय घलो उहिच शब्द (कचरेवाली) कहिथों. मंय अब कभू नई कहंव.”  ये ह बताथे के कइसने कोनहा मं परे समाज अऊ ओकर अनुभव ऊपर पत्रकरिता एक ठन जियादा विचारशील समाज गढ़ सकथे.

ट्विटर मं विष्णु (@Vishnusayswhat) ह पारी के शिक्षा कार्यक्रम के बारे मं लिखीन, जेकर जरिया ले हमन स्कूल-कॉलेज के क्लास मं ये रिपोर्ट मन ला लेके चर्चा करथन अऊ लइका मन मं भारत के गाँव-देहात के समझ बनाय के कोसिस करथन. विष्णु कहिथें, “जब हमन समझे के कोसिस करथन के एक झिन मइनखे करा दूसर ले कमती काबर हवय,अऊ येकर ले वोकर कऊनो लेन देना नई ये के वो मन कतक मिहनत करथें, ये तभे होथे जब हमन भारत ला थोकन गहिर ढंग ले जाने-समझे सुरु करथन.”

बॉलीवुड आइकन जीनत अमान ह अपन इंस्टाग्राम प्रोफाइल मं पारी के काम मं नजर डारिस अऊ सराहत कहिस, “गाँव-देहात के कहिनी मुख्यधारा ले गायब होवत हवय. मोला पता हवय के आज के पत्रकारिता मं, सेलिब्रिटी खबर मन गाँव-देहात मं बगरत हवंय.” फेर ईमानदारी ले कहे जाय त ये घलो हो जाथे जेन ह महत्तम आय गर सेलिब्रिटी के ताकत ला सही ढंग ले बऊरे जाय. येकर बारे मं ओकर पोस्ट के 24 घंटा के भीतरी हमर फॉलोअर्स के आंकड़ा कतको हजार बढ़गे. साल के आखिर मं एक ठन अऊ अचंभा होईस जब हॉलीवुड अभिनेता अऊ मनोरंजनकर्ता जॉन सीना ह हमन ला ट्विटर मं फॉलो करना सुरु करिस!

फेर ये सब्बो जुवाब के बाद घलो, हमन तब सबले जियादा खुसी मिलथे जब सोशल मीडिया मं देखेइय्या/ पढ़ेइय्या मं तऊन लोगन के चेत रखे ला सुरु करथें जेकर मन के कहिनी हमन लिखे हवन. हमन ला ये देख के अचरज होथे के लोगन मन मदद करे बर आगू आथें. सियान किसान जोड़ा सुबैया अऊ देवम्मा कइसने इलाज-पानी सेती जूझत हवंय, ये कहिनी ला पढ़के कतको लोगन मन पइसा के मदद देय बर हमर ले संपर्क करिन; ओकर इलाज के खरचा अऊ बेटी के बिहाव के खरचा के बड़े अकन हिस्सा इहीच ले आय रहिस. परिवार के माली हालत अऊ सरकारी मदद नई मिले सेती उभरत एथलीट वर्षा कदम के भविष्य बरबाद होगे. हमर पाठक मन पइसा दान दीन, ओकर बर दऊड़े के जूता बिसोय हवंय अऊ इहाँ तक ले वोला प्रशिक्षित करे के प्रस्ताव घलो करे हवंय.

इंटरनेट के दुनिया कतक निरदयी अऊ जुलुमी हवय जगजाहिर हवय, फेर येकर बाद घलो हमर पढ़ेइय्या मन हमन ला सुरता करावत रहिथें के ये दुनिया ह दया-मया ले घलो भरे हवय.

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अनुवाद: निर्मल कुमार साहू

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Translator : Nirmal Kumar Sahu

Nirmal Kumar Sahu has been associated with journalism for 26 years. He has been a part of the leading and prestigious newspapers of Raipur, Chhattisgarh as an editor. He also has experience of writing-translation in Hindi and Chhattisgarhi, and was the editor of OTV's Hindi digital portal Desh TV for 2 years. He has done his MA in Hindi linguistics, M. Phil, PhD and PG diploma in translation. Currently, Nirmal Kumar Sahu is the Editor-in-Chief of DeshDigital News portal Contact: [email protected]

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