महाराष्ट्र में शांताबाई चव्हाण के परिवार सरकारी योजना के मदद से आपन स्थायी घर बनावे खातिर संघर्ष कर रहल बा. उनकर जइसन घुमंतू जनजाति के आजो बिना पानी-बिजली वाला झोपड़ी में रहे के पड़त बा. स्थायी आवास के हक देवे वाला जाति प्रमाण पत्र बनवावल ओह लोग खातिर बहुते खरचीला आउर कठिन साबित हो रहल बा
ज्योति पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के एगो रिपोर्टर हई. उहां के पहिले ‘मी मराठी’ आउर ‘महाराष्ट्र1’ जइसन खबरिया चैनल खातिर काम कइले बानी.
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Sarbajaya Bhattacharya
सर्वजया भट्टाचार्य पीपल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया में सीनियर असिस्टेंट एडिटर बानी. उहां के बांग्ला के एगो अनुभवी अनुवादक बानी. कोलकाता के रहे वाला बानी. संगही, कोलकाता के इतिहास आउर यात्रा में उनकर घोर दिलचस्पी बा.