सरकारी उपेक्षा से नाराज़ गांव ने किया चुनाव का बहिष्कार
महाराष्ट्र के अमरावती ज़िले में स्थित खडीमल गांव में कभी पानी या बिजली की सुविधा नहीं रही. ग्रामीणों का कहना है कि नेता पांच साल में एक बार आते हैं और खोखले वादे करके ग़ायब हो जाते हैं. इसीलिए उन्होंने सामूहिक रूप से फ़ैसला किया है कि साल 2024 के लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे
स्वरा गर्गे साल 2023 में पारी के साथ इंटर्नशिप कर चुकी हैं और एसआईएमसी (पुणे) में मास्टर्स की अंतिम वर्ष की छात्र हैं. वह विज़ुअल स्टोरीटेलर हैं और ग्रामीण मुद्दों, संस्कृति और अर्थशास्त्र में रुचि रखती हैं.
Student Reporter
Prakhar Dobhal
प्रखर डोभाल साल 2023 में पारी के साथ इंटर्नशिप कर चुके हैं और एसआईएमसी (पुणे) से मास्टर्स की पढ़ाई कर रहे हैं. प्रखर एक उत्साही फ़ोटोग्राफ़र और डॉक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकर हैं, जिनकी दिलचस्पी ग्रामीण मुद्दों, राजनीति व संस्कृति को कवर करने में है.
Editor
Sarbajaya Bhattacharya
सर्वजया भट्टाचार्य, पारी के लिए बतौर सीनियर असिस्टेंट एडिटर काम करती हैं. वह एक अनुभवी बांग्ला अनुवादक हैं. कोलकाता की रहने वाली सर्वजया शहर के इतिहास और यात्रा साहित्य में दिलचस्पी रखती हैं.
Translator
Devesh
देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.