यूपी: माहवारी के दौरान सरकारी उपेक्षा से जूझतीं लड़कियां
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट ज़िले में, कोविड-19 की शुरुआत के बाद से ग़रीब परिवारों की लड़कियों को मुफ़्त सैनिटरी नैपकिन नहीं मिल रहा है. राज्य की किशोरी सुरक्षा योजना के बाधित होने से, उन्हें माहवारी के दौरान बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है
जिज्ञासा मिश्रा, उत्तर प्रदेश के चित्रकूट ज़िले की एक स्वतंत्र पत्रकार हैं.
Editor
Pratishtha Pandya
प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.
Translator
Amit Kumar Jha
अमित कुमार झा एक अनुवादक हैं, और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है.