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Bangalore, Karnataka

Jul 11, 2023

जुन्ना रुख, बदलत मऊसम

बदलत मऊसम डहर मइनखे के चेत नई धरे ला बतावत एक ठन कविता, जऊन ह भारत मं बदलत समाजिक अऊ राजनीतिक माहोल के घलो बात करथे

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Author

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पंड्या पारी मं वरिष्ठ संपादक हवंय, वो ह पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग के अगुवई करथें. वो ह वह पारी भाषा टीम के सदस्य घलो आंय अऊ गुजराती मं कहिनी मन के अनुवाद अऊ संपादन करथें. प्रतिष्ठा गुजराती अऊ अंगरेजी के कवयित्री आंय.

Illustration

Labani Jangi

लाबनी जंगी पश्चिम बंगाल के नादिया जिला के रहेइय्या, खुदेच चित्रकारी सीखे हवंय. वो ह साल 2025 के टी.एम. कृष्णा-पारी पुरस्कार के पहिला विजेता आंय अऊ साल 2020 मं पारी फेलो घलो रहे हवंय. लाबनी सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज, कोलकाता मं मजूर मन के पलायन ऊपर पीएचडी करत हवंय.

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Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू पारी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संपादक आंय. पत्रकार अऊ अनुवादक के रूप मं वो ह छत्तीसगढ़ी अऊ हिंदी दूनों भाखा मं काम करत हवंय. निर्मल ला छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार पत्र मन मं तीन दसक के अनुभव हवय अऊ वो ह ये बखत देशडिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक हवंय.