the-warp-and-weft-of-rekha-bens-life-hi

Surendranagar, Gujarat

Jul 11, 2024

रेखा बेन की ज़िंदगी का ताना-बाना

मोटा टिम्बला गांव की रेखा वघेला केवल गुजरात की मशहूर पटोला साड़ियां ही नहीं, बल्कि उनके साथ अपनी मुश्किलों से भरी ज़िंदगी की जटिल और चुनौतीपूर्ण कहानियां भी बुन रही हैं. पटोला हाथ से बुने रेशम से बनता है, और अपनी दोहरी इकत और बारीक बुनावट के लिए इसकी साड़ियां बहुत प्रसिद्ध हैं

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Umesh Solanki

उमेश सोलंकी अहमदाबाद के फ़ोटोग्राफ़र, रिपोर्टर, वृतचित्र निर्माता, उपन्यासकार और कवि हैं. उनके तीन कविता संग्रह, एक औपन्यासिक खंडकाव्य, एक उपन्यास और एक कथेतर आलेखों की पुस्तकें प्रकाशित हैं.

Editor

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.