जब आंध्र प्रदेश के बुचरला के दलित प्रवासी मज़दूर सालाना त्योहार के लिए नवंबर में घर लौटे, तो उन्होंने पाया कि ख़राब पैदावार और नक़दी की कमी के चलते उनके लिए खेतों में कोई काम उपलब्ध नहीं था. इस वजह से वे त्योहार के समय में भी भरपेट खाने को भी मोहताज हो गए हैं
राहुल एम, आंध्र प्रदेश के अनंतपुर के रहने वाले एक स्वतंत्र पत्रकार हैं और साल 2017 में पारी के फ़ेलो रह चुके हैं.
Editor
Sharmila Joshi
शर्मिला जोशी, पूर्व में पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के लिए बतौर कार्यकारी संपादक काम कर चुकी हैं. वह एक लेखक व रिसर्चर हैं और कई दफ़ा शिक्षक की भूमिका में भी होती हैं.
Translator
Ankit Maurya
अंकित मौर्य एक डेवलपमेंट प्रैक्टिशनर, शिक्षक और अनुभवी डिज़ाइनर हैं. उन्होंने पत्रकारिता और शिक्षा के क्षेत्र की पढ़ाई की है, और उनकी बाल साहित्य में काफ़ी दिलचस्पी है.