‘मैं नहीं चाहती थी कि लोगों को मेरे गर्भपात के बारे में मालूम चले’
उनकी नदी का पानी ज़रूरत से ज़्यादा खारा है, गर्मी के दिनों में ज़रूरत से ज़्यादा गर्मी पड़ती है, और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच अभी सपना मात्र है. इन सब कारणों के चलते, सुंदरबन की महिलाएं स्वास्थ्य समस्याओं के चक्रव्यूह में फंस गई हैं
उर्वशी सरकार, स्वतंत्र पत्रकार हैं और साल 2016 की पारी फ़ेलो हैं.
Illustrations
Labani Jangi
लाबनी जंगी साल 2020 की पारी फ़ेलो हैं. वह पश्चिम बंगाल के नदिया ज़िले की एक कुशल पेंटर हैं, और उन्होंने इसकी कोई औपचारिक शिक्षा नहीं हासिल की है. लाबनी, कोलकाता के 'सेंटर फ़ॉर स्टडीज़ इन सोशल साइंसेज़' से मज़दूरों के पलायन के मुद्दे पर पीएचडी लिख रही हैं.
Photographs
Ritayan Mukherjee
रितायन मुखर्जी, कोलकाता के फ़ोटोग्राफर हैं और पारी के सीनियर फेलो हैं. वह भारत में चरवाहों और ख़ानाबदोश समुदायों के जीवन के दस्तावेज़ीकरण के लिए एक दीर्घकालिक परियोजना पर कार्य कर रहे हैं.
Translator
Amit Kumar Jha
अमित कुमार झा एक अनुवादक हैं, और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है.