'अगर किसान मुश्किल में होंगे, तो हमारा पेट कैसे भरेगा'
अपना एक पैर ख़राब होने के बावजूद, पेशे से मछुआरे प्रकाश भगत अपने गांव 'परगांव' के लोगों के लिए खाना बना रहे हैं, जो नासिक से दिल्ली तक चल रहे वाहन मोर्चे में शामिल हैं. यह मोर्चा कृषि क़ानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में निकाला गया है.
पार्थ एम एन, साल 2017 के पारी फ़ेलो हैं और एक स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर विविध न्यूज़ वेबसाइटों के लिए रिपोर्टिंग करते हैं. उन्हें क्रिकेट खेलना और घूमना पसंद है.
Author
Shraddha Agarwal
श्रद्धा अग्रवाल 'पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया (पारी)' के लिए बतौर रिपोर्टर और कॉन्टेंट एडिटर काम करती हैं.
Translator
Neelima Prakash
नीलिमा प्रकाश एक कवि-लेखक, कंटेंट डेवेलपर, फ़्रीलांस अनुवादक, और भावी फ़िल्मकार हैं. उनकी रुचि हिंदी साहित्य में है. संपर्क : neelima171092@gmail.com