we-are-losing-land-to-the-brahmaputra-hi

Majuli, Assam

Jun 06, 2024

‘ब्रह्मपुत्र हमारी ज़मीनें निगलती जा रही है’

पिछले कई दशकों से हर साल बाढ़ आने के कारण, माजुली द्वीप के इस गांव में खेती-किसानी से जुड़े रोज़गारों में भारी कमी आई है. साथ ही नाव बनाने जैसे दूसरे पारंपरिक व्यवसायों से होने वाली आमदनी इतनी स्थिर नहीं रह गई है कि उनपर बहुत अधिक भरोसा किया जा सके

Editor

PARI Desk

Translator

Devesh

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Nikita Chatterjee

निकिता चैटर्जी एक डेवलपमेंट प्रैक्टिसनर और लेखक हैं, जो मुख्यतः उन समुदायों की कहानियां लिखती हैं जिन्हें प्रतिनिधित्व से वंचित रखा गया है.

Editor

PARI Desk

पारी डेस्क हमारे संपादकीय कामकाज की धुरी है. यह टीम देश भर में सक्रिय पत्रकारों, शोधकर्ताओं, फ़ोटोग्राफ़रों, फ़िल्म निर्माताओं और अनुवादकों के साथ काम करती है. पारी पर प्रकाशित किए जाने वाले लेख, वीडियो, ऑडियो और शोध रपटों के उत्पादन और प्रकाशन का काम पारी डेस्क ही संभालता है.

Translator

Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.