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Jalgaon, Maharashtra

May 12, 2024

इस गांव तक नहीं पहुंचे ‘अच्छे दिन’

सतपुड़ा की पथरीली ढलानों के बीच बसता है आंबापानी. एक ऐसा गांव जहां लोकतंत्र का लाभ नहीं पहुंच पाया है- यहां के लोग आम चुनाव 2024 में अपना वोट तो देंगे, पर उनके पास न सड़कें हैं, न बिजली या स्वास्थ्य सुविधाएं

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Author

Kavitha Iyer

कविता अय्यर, पिछले 20 सालों से पत्रकारिता कर रही हैं. उन्होंने 'लैंडस्केप्स ऑफ़ लॉस: द स्टोरी ऑफ़ ऐन इंडियन' नामक किताब भी लिखी है, जो 'हार्पर कॉलिन्स' पब्लिकेशन से साल 2021 में प्रकाशित हुई है.

Editor

Priti David

प्रीति डेविड, पारी की कार्यकारी संपादक हैं. वह मुख्यतः जंगलों, आदिवासियों और आजीविकाओं पर लिखती हैं. वह पारी के एजुकेशन सेक्शन का नेतृत्व भी करती हैं. वह स्कूलों और कॉलेजों के साथ जुड़कर, ग्रामीण इलाक़ों के मुद्दों को कक्षाओं और पाठ्यक्रम में जगह दिलाने की दिशा में काम करती हैं.

Translator

Ajay Sharma

अजय शर्मा एक स्वतंत्र लेखक, संपादक, मीडिया प्रोड्यूसर और अनुवादक हैं.